Showing posts with label Multifarious. Show all posts
Showing posts with label Multifarious. Show all posts

Gopaldas Neeraj Ki Kavitayen - Karvan Guzar Gaya, Hum Toh Mast Fakir, Mera Naam Liya Jayega Aur Geet - Likhe Jo Khat Tujhe, Khilte Hai Gul Yaha 


गोपाल दास नीरज को हम  पद्म श्री व पद्म भूषण सम्मानित श्रेष्टतम् साहित्यकार, कवि व शिक्षक के रूप में जानते है। आपको सहित्य जगत में  "नीरज" के नाम से ख्याती प्राप्त थी। यह हमारा एक छोटा सा प्रयास है कि हम आपकी कविताओं को आपने पाठको तक पहुचा सके। पहले हम कविताओं से शुरूवात करेगें, फिर नीरज जी का विस्तृत जीवन परिचय भी आप इस लेख में पढ सकते है।


इस Gopaldas Neeraj Poems collection में आप उनकी लिखी बहुचर्चित कविताएँ कारवां गुज़र गया, हम तो मस्त फकीर व मेरा नाम लिया जायेगा पढ सकते है। साथ ही साथ उनके लिखे सदाबहार गानो में से एक, लिखे जो खत तुझे व खिलते हैं गुल यहाँ की Lyrics भी आप पढ सकते है।


Gopal Das Neeraj Poems - Karvan Guzar Gaya (कारवां गुज़र गया)

स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से,
लुट गये सिंगार सभी बाग़ के बबूल से,
और हम खड़े-खड़े बहार देखते रहे
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे।

नींद भी खुली न थी कि हाय धूप ढल गई,
पाँव जब तलक उठे कि ज़िन्दगी फिसल गई,
पात-पात झर गये कि शाख़-शाख़ जल गई,
चाह तो निकल सकी न, पर उमर निकल गई,
गीत अश्क़ बन गए, छंद हो दफ़न गए,
साथ के सभी दिऐ धुआँ-धुआँ पहन गये,
और हम झुके-झुके, मोड़ पर रुके-रुके
उम्र के चढ़ाव का उतार देखते रहे
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे।

क्या शबाब था कि फूल-फूल प्यार कर उठा,
क्या सुरूप था कि देख आइना मचल उठा
इस तरफ जमीन और आसमां उधर उठा,
थाम कर जिगर उठा कि जो मिला नज़र उठा,
एक दिन मगर यहाँ, ऐसी कुछ हवा चली,
लुट गयी कली-कली कि घुट गयी गली-गली,
और हम लुटे-लुटे, वक्त से पिटे-पिटे,
साँस की शराब का खुमार देखते रहे
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे।

हाथ थे मिले कि जुल्फ चाँद की सँवार दूँ,
होंठ थे खुले कि हर बहार को पुकार दूँ,
दर्द था दिया गया कि हर दुखी को प्यार दूँ,
और साँस यूँ कि स्वर्ग भूमी पर उतार दूँ,
हो सका न कुछ मगर, शाम बन गई सहर,
वह उठी लहर कि दह गये किले बिखर-बिखर,
और हम डरे-डरे, नीर नयन में भरे,
ओढ़कर कफ़न, पड़े मज़ार देखते रहे
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे।

माँग भर चली कि एक, जब नई-नई किरन,
ढोलकें धुमुक उठीं, ठुमक उठे चरण-चरण,
शोर मच गया कि लो चली दुल्हन, चली दुल्हन,
गाँव सब उमड़ पड़ा, बहक उठे नयन-नयन,
पर तभी ज़हर भरी, ग़ाज एक वह गिरी,
पुंछ गया सिंदूर तार-तार हुई चूनरी,
और हम अजान से, दूर के मकान से,
पालकी लिये हुए कहार देखते रहे।
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे।
 

 Hindi Kavita Written by Famous Hindi Poet- Gopal Das Neeraj ( 4 Jan 1924 - 19 Jul 2018)

Gopal Das Neeraj Poems - Hum Toh Mast Fakir (हम तो मस्त फकीर)

हम तो मस्त फकीर, हमारा कोई नहीं ठिकाना रे।
जैसा अपना आना प्यारे, वैसा अपना जाना रे।

रामघाट पर सुबह गुजारी, प्रेमघाट पर रात कटी
बिना छावनी बिना छपरिया, अपनी हर बरसात कटी
देखे कितने महल दुमहले, उनमें ठहरा तो समझा
कोई घर हो, भीतर से तो हर घर है वीराना रे।

औरों का धन सोना चांदी, अपना धन तो प्यार रहा
दिल से जो दिल का होता है, वो अपना व्यापार रहा
हानि लाभ की वो सोचें, जिनकी मंजिल धन दौलत हो
हमें सुबह की ओस सरीखा लगा नफ़ा-नुकसाना रे।

कांटे फूल मिले जितने भी, स्वीकारे पूरे मन से
मान और अपमान हमें सब, दौर लगे पागलपन के
कौन गरीबा कौन अमीरा हमने सोचा नहीं कभी
सबका एक ठिकान लेकिन अलग अलग है जाना रे।

सबसे पीछे रहकर भी हम, सबसे आगे रहे सदा
बड़े बड़े आघात समय के, बड़े मजे से सहे सदा
दुनियाँ की चालों से बिल्कुल, उलटी अपनी चाल रही
जो सबका सिरहाना है रे! वो अपना पैताना रे!

""हम तो मस्त फकीर, हमारा कोई नहीं ठिकाना रे।
जैसा अपना आना प्यारे, वैसा अपना जाना रे।""

Gopal Das Neeraj Poems, Neeraj Poems

 Hindi Kavita Written by Famous Hindi Poet- Gopal Das Neeraj ( 4 Jan 1924 - 19 Jul 2018)

Gopal Das Neeraj Poems - Mera Naam Liya Jayega (मेरा नाम लिया जाएगा)

आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा
जहाँ प्रेम का चर्चा होगा, मेरा नाम लिया जाएगा।

मान-पत्र मैं नहीं लिख सका, राजभवन के सम्मानों का
मैं तो आशिक़ रहा जन्म से, सुंदरता के दीवानों का
लेकिन था मालूम नहीं ये, केवल इस ग़लती के कारण
सारी उम्र भटकने वाला, मुझको शाप दिया जाएगा


खिलने को तैयार नहीं थी, तुलसी भी जिनके आँगन में
मैंने भर-भर दिए सितारे, उनके मटमैले दामन में
पीड़ा के संग रास रचाया, आँख भरी तो झूम के गाया
जैसे मैं जी लिया किसी से, क्या इस तरह जिया जाएगा


काजल और कटाक्षों पर तो, रीझ रही थी दुनिया सारी
मैंने किंतु बरसने वाली, आँखों की आरती उतारी
रंग उड़ गए सब सतरंगी, तार-तार हर साँस हो गई
फटा हुआ यह कुर्ता अब तो, ज़्यादा नहीं सिया जाएगा


जब भी कोई सपना टूटा, मेरी आँख वहाँ बरसी है
तड़पा हूँ मैं जब भी कोई, मछली पानी को तरसी है
गीत दर्द का पहला बेटा, दुख है उसका खेल-खिलौना
कविता तब मीरा होगी जब, हँसकर ज़हर पिया जाएगा

""आँसू जब सम्मानित होंगे, मुझको याद किया जाएगा
जहाँ प्रेम का चर्चा होगा, मेरा नाम लिया जाएगा।""

Hindi Kavita Written by Famous Hindi Poet- Gopal Das Neeraj ( 4 Jan 1924 - 19 Jul 2018)

Gopal Das Neeraj Hindi Film Songs - Likhe Jo Khat Tujhe (लिखे जो ख़त तुझे)

लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में
हज़ारों रंग के, नज़ारे बन गए
सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए
जो रात आई तो, सितारे बन गए।

कोई नगमा कहीं गूँजा, कहा दिल ने के तू आई
कहीं चटकी कली कोई, मैं ये समझा तू शरमाई
कोई ख़ुशबू कहीं बिख़री, लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई

फ़िज़ा रंगीं अदा रंगीं, ये इठलाना ये शरमाना
ये अंगड़ाई ये तनहाई, ये तरसा कर चले जाना
बना दे ना कहीं मुझको, जवां जादू ये दीवाना

जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन है
मुसाफ़िर मैं तू मंज़िल है, मैं प्यासा हूँ तू सावन है
मेरी दुनिया ये नज़रें हैं, मेरी जन्नत ये दामन है।

""लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में
हज़ारों रंग के, नज़ारे बन गए
सवेरा जब हुआ, तो फूल बन गए
जो रात आई तो, सितारे बन गए।""

Hindi Film Song Written by - Gopal Das Neeraj ( 4 Jan 1924 - 19 Jul 2018)

Gopal Das Neeraj Hindi Film Songs - Khilte Hai Gul Yaha (खिलते हैं गुल यहाँ)

खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ने को
खिलते हैं गुल यहाँ...

कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके न रुके, डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

झीलों के होंठों पर, मेघों का राग है
फूलों के सीने में, ठंडी-ठंडी आग है
दिल के आइने में तू, ये समां उतार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी-दबी, कोई मीठी बात है
इन लम्हों पे आज तू, हर खुशी निसार दे
खिलते हैं गुल यहाँ...

""खिलते हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ने को""

Hindi Film Song Written by - Gopal Das Neeraj ( 4 Jan 1924 - 19 Jul 2018)


गोपालदास "नीरज" का संक्षिप्त जीवन परिचय

जन्म - 4 जनवरी, 1925
जन्म स्थान - पुरावली गाँव ( आज के इटावा जिला, उत्तर प्रदेश)
मृत्यु - 19 जुलाई, 2018 ( दिल्ली)

"नीरज" के नाम से ख्याती प्राप्त कवि, लेखक व गीतकार का पूरा नाम गोपालदास सक्सेना "नीरज" है। नीरज जी एक हिन्दी विषय के शिक्षक थे, आपका हिन्दी सहित्य व शिक्षा के प्रति असीम प्रेम व योगदान की वजह से पद्म श्री(1991) व षद्म भूषण(2007) से भी सम्मानित किया गया। आपकी अनेको उपलब्धियाँ में से एक फिल्म फेयर पुरस्कार से आपको 3 बार नवाजा गया।

यदि हम शिक्षा की बात करे तो जीवन के तमाम संर्घषो के बावजूद भी आपने अपनी पढाई रूकने ना दी, और 1949 मे 12वी पास करके 1953 हिन्दी साहित्य में एम०ए० की परिक्षा पास की। 

गोपालदास नीरज जी ने जहाँ एक ओर अनेको सदाबाहार हिन्दी गीत लिखे, उसी समय आप अनेको प्रसिद्ध काव्य संग्रहो की रचनाएँ करते रहे।  

गोपालदास नीरज ने कौन से काव्य संग्रह लिखे है?

नीरज जी ने अनेको काव्य संग्रह की रचना की है, जिनमें से कुछ इस प्रकार है:  आसावरी, कारवाँ गुजर गया, संघर्ष, फिर दीप जलेगा, तुम्हारे लिये, दर्द दिया है, बादर बरस गयो, नीरज की पाती, गीत भी अगीत भी, दो गीत, लहर पुकारे, विभावरी, मुक्तकी।

गोपालदास नीरज ने कौन से फिल्मी गीत लिखे है?

नीरज जी ने बहुत से सदाबहार गाने हिन्दी फिल्मो के लिए अपने जीवनकाल  लिखे है, जिनमें से कुछ गीत यहँ है : आज मदहोस हुआ जाये रे, खिलते हैं गुल यहाँ, ऐ भाई जरा देख के चलो, दिल आज शायर है, आप यहाँ आये किस लिए, रंगीला तेरे रंग में, काल का पहिया घुमे भईयाँ, लिखे जो खत तुझे, सुबह ना आयी शाम ना आयी।

Books Written by Gopal Das "Neeraj"

Neeraj Ke Prem Geet
Click here to buy from Amazon


Gopal Das Neeraj Poetry, Kavyanjali
Click here to buy from Amazon


गोपालदास नीरज जी को हमारी ओर से नमन। यहँ जानकारी व रचनाएँ आपको भी जरूर पसंद आयेगी।

हम सभी नये साल में नये प्रण लेते हैं और यह नव-वर्ष पर लिखी गई हिन्दी शायरी भी आपको जरूर प्रेरित करेगी। हमारी कोशिश यही है कि आप सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहें और यह नया साल 2021 आपके लिए बहुत ही शुभ व मंगलमय हो। हमारी सभी रचनाएँ स्वरचित हैं। 

2021 में आने वाले भारतीय त्यौहारो व अवकाशो की जानकारी

नये साल पर हिन्दी  शायरी

ये साल बस कुछ दिन में गुजर जायेगा,
खट्टी-मीठी यादों को दिल में बसा जायेगा।
कुछ अजनबी दिल के पास आ गये,
कुछ अपनों को दूर भी जाना पड़ा।।

बाहें फेलाये सामने नया साल है,
ना जाने क्या नयी सौगात लाया है।
मन को नयी उमंगों से भर लो सभी,
नये साल का दिल खोलकर स्वागत करें।।

करें कोई नयी शुरुवात नये साल में,
बढें हम सभी तरक्की की राह में।
जिंदगी तो मिली है जीने को यारो,
आओ खुलकर हँसें, खुलकर जियें ।।

नये साल में खुद को उपहार दें,
अच्छी आदतों को एक नया रुप दें।
मेहनत करें हम, ये प्रण भी लें,
अच्छाई पर चलें, ये प्रण भी लें।।

सफलता मिलेगी विश्वास से,
इसको पाने की  दौड़ ना दौड़िये।
इस नये साल को अपनों के संग हम जीयें,
नये साल में खुशियों से अपना नाता जोङ लें।।

नव-वर्ष 2021 की ढेर सारी शुभकामनाएँ

***********************************************

नये साल के बधाई संदेशो व फोटो मैसज ( Picture Greetings) के लिए यहाँ क्लीक करे।

Happy New Year Shayari, New Year Poem in Hindi

***********************************************

नये साल की हिन्दी कविता (New Year Hindi Poem)

बर्फ की चादरों से 
पहाडियाँ सजने लगी हैं।
पड़ती है जब सूरज की सतरंगी किरणें,
सोने की तरह दमकने है लगती।

खुशनुमा माहौल हर तरफ बनने लगा है,
ये सर्द हवा मानो ताजगी ला रही है।
आओ मिलकर विदा करें इस साल को,
नये साल की, नयी प्लानिंग बनायें।

चल पड़ो तुम उधर,
जिधर ये दिल करे,
साथ अपनों के ये जश्न मनाने चलो।
थोड़ा सा नाचो, थोड़ा सा गाओ,
और ढेर सारी खुशियाँ लुटाओ।

आ गया नया साल, नयी उम्मीद लेकर,
सबको एक बार फिर से अपने गले से लगाओ।

नये साल की शुभकामनाएँ। इस नव-वर्ष में आपके संबन्धों मे मधुरता बनी रहे।

यदि आपको Happy New Year Greeting अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करने हैं, तो आप ऊपर दिये गये लिंक से हमारे संबन्धित पोस्ट को जरूर चैक करें।

 

New Year Greeting in Hindi - नये साल 2021 की शुभकामनाएँ

हमारे सभी पाठकों  को नव वर्ष 2021 की बहुत बहुत शुभकामनाएँ। आप भी अपने दोस्तों और परिवार के साथ Best Happy New Year Greeting Message शेयर करें। आज से कुछ 15-20 साल पहले हम पोस्ट कार्ड साइज Greeting Card शेयर किया करते थे, उसी Theam पर हमने बहुत ही सरल और सुन्दर New Year 2021 Greetings को Picture Message में बनाया है, हमें उम्मीद है आपके नये साल के मैसज सभी को पसंद आयेगें, और आपकी भावनाएँ पढने वाले को छू लेगी।


Happy New Year Wishes in Hindi for Family and Relatives

नव वर्ष 2021 आपके जीवन में
अपार खुशीयाँ व उत्साह लेकर आये।
सफलता आपके कदम चूमे और
आप सदैव मुस्कराते रहें।
।। Happy New Year 2021।। 

Happy New Year 2021 Message in Hindi
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

बर्फ की चादर चढने लगी है,
रात जो सर्द थी,
वो भी हँसी लगने लगी है।
आये चाँद तारों सी खुशीयाँ तुम्हारे दामन में,
ये नया साल कुछ इस तरह खास बन जाये।
।।नव-वर्ष 2021 की बहुत सारी शुभकामनाएँ।।

Naye Saal ke Badhayi Message
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

दिल में अपने बसाये रखना,
आर्शीवाद यूँ ही बनाये रखना।
करते हैं नमन आपको दिल से,
इस नये साल में प्यार भरा रिश्ते  बनाये रखना।
।। Very Happy New Year 2021 ।।

Happy New Year 2021 Shayari
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

प्यार मिले, आदर-सत्कार मिले,
खुशीयाँ हर दिन में सौ बार मिले।
भरा रहे घर ब्च्चों की किलकारी से,
ये नया वर्ष आपका खास रहे।
।। नया साल 2021 मुबारक हो ।।

Happy New Year 2021 Shubhkamnaye
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

दीवाली पर लक्ष्मी जी ने वैभव दान दिया,
नव-वर्ष में घर में खुशहाली आये।
कृपा रहे ईश्वर की तुम पर,
जिंदगी में दिन-रात तरक्की आये।
।। नव-वर्ष 2021 की हार्दिक शुभकामनाएँ ।।

Naye Saal Ke Badhayi Message
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

डोर से भी नाजुक हैं ये रिश्ते ,
साथ यूँही बनाये रखना।
खुशीयाँ हरदम संग रहे,
बस रिश्तों में विश्वास बनाये रखना।
।। Happy New Year 2021 ।।

Happy New Year 2021 Wishes in Hindi
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

आपके आर्शीवाद बिना हम कुछ भी नहीं,
इसीलिए हर रोज प्रार्थना करते हैं,
बनाये ईश्वर दीर्घायु आपको,
नव-वर्ष में घर में खुशीयाँ आये।
।। आपको नव-वर्ष की शुभकामनाएँ ।।

Happy New Year Message for Relatives in Hindi
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

इस नववर्ष में  आप 
सफलता के नये आयामों को छू लें।
आने वाला यह साल हर तरह से
आपके लिए शुभ व मंगलकारी हो।
।। नव-वर्ष की मंगल शुभकामनाएँ ।।

Happy New Year 2021 Message for Family
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

Very Happy New Year 2021 to our Readers
We are Thankful for Your Love and Support.
!!Follow Us and Be Happy & Healthy!!

New Year 2021 Message in Hindi

💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

New Year 2021 Greeting for Friends in Hindi - दोस्तों के लिए नये साल 2021 के बधाई संदेश

अपने दिल के करीब रहने वाले दोस्तों को नये साल की शुभकामनाएँ देने के लिए आपना पसंदीदा मैसज चुनें।

दिल में हो तुम
दुआओं में तुम
आया है नया साल
शुभकामनाओं में हो तुम
खुशियों से रिश्ता तुम्हारा यूँही बना रहे
साथ हमको तुम्हारा यूँही मिलता रहे।
।। Happy New Year My Friend ।।

Happy New Year Message for Friends in Hindi
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

चार यार बैठ जायें
तो समा बन्ध जाती है।
दोस्त पास हो तो
हर शाम न्यू ईयर पार्टी हो जाये।
हँसते मुस्कुराते रहो मेरे यारो
तुमसे ही तो हमारी जान में जान आती है।
।। Happy New Year Mere Yaaro ।।

Happy New Year 2021 Greeting for Friends
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

न गुलाब, न कोई गुलदस्ता लाया हूँ।
इस नये साल पर
दोस्त के लिए दिल से दुआ लाया हूँ।
चाँद तारों को छू ले बुलन्दी तुम्हारी,
बस यही शुभकामनाएँ देने आया हूँ।
।। Very Happy New Year 2021 ।।

Happy New Year Shayari for Friends
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

शाम खुशी की है
इसे नशे में जाया ना करना
दिन न्यू ईयर का है
इसे यारों के बिन गुजरने ना देना।
।। नये साल की ढेर सारी बधाई ।।

Best Hindi New Year Greeting
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

दोस्ती के किस्से पुराने नहीं होते।
यार दूर भले हों,
पर यार कभी पुराने नहीं होते।
आयेगा नया साल खुशियाँ लेकर,
मिलने के बहाने कम नही होंगे।
।। Happy New Year 2021 My Dear Friend ।।

Top 10 New Year Greeting Image in Hindi
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

दोस्त तेरे जैसा हर किसी को नहीं मिलता।
बचपन बिताया हर साल साथ में,
अब जब जुदा हैं एक दूसरे से,
तो दुआओं में तुम करीब आ गये हो।
।। Wish You Very Happy New Year 2021 ।।

Happy New Year Message for Close Friends
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
 

मैं अलविदा कहता हूँ

एक वक्त तो आना था,

जब कभी न कभी,

हमको कुछ चीजों से दूर हो जाना था।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन यादों को

जो मुझे कल में बान्धें रखती है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन बातों को,

जिसमें बस मैं ही मैं रहता हूँ।

Sad Hindi Poem, Hindi Sad Shayari

मैं अलविदा कहता हूँ,

रिस्तों की उन जंजीरों को,

जो भीष्म बन जाने को कहती हैं।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन विचारों को,

जो मुझे हर वक्त मौन बनाये रखती हैं।


एक वक्त तो आना था,

जब कुछ बातों पर 

प्रश्न चिह्न लग जाना था।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन अनसुलझे सवालों को,

जिनको मन को ही सुलझाना है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

हर रोज की तू-तू, मैं-मैं को,

जिसका अंजाम रुलाना होता है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन दोस्तों को

जिनका साथ बस मतलब भर का होता है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन आदतों को

जिनका मैं हूँ गुलाम बना।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उस सुकून को

जो किसी के दर्द से पैदा होता है।


एक वक्त तो आना था

जब कुछ बातों से

हमको ऊब जाना था।


मैं अलविदा कहता हूँ,

हर उस लोक लुभावन चीजों को

जिसने कल ही गुम हो जाना है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उस दौङ को

जिसमें मुझे अकेले आगे निकल जाना है।


मैं अलविदा कहता हूँ,

उन सारी बातों को

जिनको पूरा करते करते

मैं खुद ही कहीं पीछे रह जाता हूँ।

जीने की जो परिभाषा है,

उसे ही भूल सा जाता हूँ।

Joe Biden defeats the Donald Trump in US president election. He will be the 46th President of the United State of America.


Current Status is Election Result :

Joe Biden (Democratic Party) - 290

Joe Biden, US President Condidate

Donald Trump (Republican Party) - 214

Donald Trump, US President

It is a very close contest between Joe Biden and Donald Trump, both condidate are very confidant to their win.

 

Joe Biden received highest vote then any President condidate in US histroy. Officially he has surpassed the 2008 Barack Obama's number.


Counting resume Joe Biden cross the mark of 270+ (won), now it is confirmed that he won the presidency election of United State of Amercia.

 अधर्म चाहे बलवान हो,

या धनवान,

या रावण जैसा सामर्थवान,


हर युग में आता है कोई राम सा,

सरलता जिसकी हो पहचान,

न किसी बात का हो अभिमान,

मर्यादाओं का हो जिनको ज्ञान।

Dusserha Greeting, Happy VijayaDashmi

हर युग में संग ही चलते हैं,

कभी धर्म प्रबल तो,

कभी अधर्म प्रबल।


अधर्म बलशाली जब हो जाता है,

तब हर युग में आ जाते हैं कोई बनकर राम,

कर देता है अन्त अधर्म का,

और बन जाता है वहाँ भगवान।


सभी पाठकों को दशहरा (विजयादशमी) की शुभकाभनाएँ।

2021 कें Holidays की List

जैसा की साल  2021 अब आने ही वाला है, इसलिए आपकी जानकारी के लिए हम यह article अपडेट कर रहें हैं, ताकि आपको साल 2021 में आने वाले सभी Festival और Holidays की सही जानकारी मिल सके, साथ ही आप यह भी जान पायेंगे की 2021 मे stock exchange कब close रहेगा।

2021 में आने वाले सभी Holidays(अवकाशो) की जानकारी के लिए यहाँ click करं।

साथ ही आप इस लिंक से नये साल की शुभकामनाओ के संन्देश भी copy करके अपने दोस्तो व परिवार के सदस्यो को भैज सकते है।

2020

हमारा देश त्यौहारो का देश कहलाता है। जिसकी एक बङी वजह हैं हमारे यहाँ विविध संस्कृतियो का ऐसा समावेश है कि एक के बाद एक पर्व आते ही रहते है। नवरात्रि की शुरुवात से तो समझो हर सप्ताह अलग अलग क्षत्रो में अपनी मान्यता के हिस्साब से हम पर्व मनाते है और सरकारी अवकास भी मिलता है। 2020 में दशहरे के बाद आने वाले सभी त्यौहार इस प्रकार है

Diwali Dussera Images

अक्टूबर माह के मुख्य पर्व

* 25 रविवार, दशहरा (शरद नवरात्रि का समापन)

* 26 सोमवार, दुर्गा विर्सजन 


नवम्बर माह के मुख्य पर्व

* 4 बुधवार, करवा चौथ

* 13 शुक्रवार, धनतेरश

* 14 शनिवार, दिवाली/दिपमाला

*15 रविवार, गोवर्धन पूजा

* 16 सोमवार, भाई दूज

* 20 शुक्रवार, छट पूजा

* 24 मंगलवार, गुरु तेग बहादुर जयंती

* 30 सोमवार, गुरु पूर्णिमा ( गुरू नानक जयंती)


दिसम्बर माह के मुख्य पर्व

*25 दिसम्बर, क्रिसमस डे



Women Empowerment Poem on Navratri - नवरात्रि में नारी शक्ति तुम्हे प्रणाम

 हे नारी,

          तुम नौ दुर्गा हो।

तुम नौ रूपों की स्वामीनी हो।

आदि शक्ति हो,

                    अष्ट शक्ति हो।

इस दुनिया की संचालक हो।

Navratri Image, Poem on Navratri, Hindi Poem

क्यों सोचती हो कुछ मुश्किल है,

                     क्यो सोचती हो ये ना कर पाओगी।

किस बात से तुम यूं डरती हो,

                      क्यो कुंठाओ में फस बैठी हो।


तुम कर्म योगीनी,

                      सहनशील हो,

तुम हर संकट का हल कर सकती हो।

                       धैर्य तुम्हारा बङा शस्त्र है,

हर मुश्किल से तुम लङ सकती हो।


करुणा का तुम सागर हो,

                        हर दिल मे घर कर जाती हो।

जब होती तुम क्रोधित हो,

                        हर पापी में डर से कम्पन्न होती है।


विश्वास करो खुद की शक्ति पर,

                        हर शक्ति कि स्रौत हो तुम।

तुम अबला कैसे हो सकती हो,

                       जब सबको तुमनें ही संभाला है।


विश्वास करो, हर रूप में तुम,

                        इस दुनिया को चलाती हो।

माता, बेटी या हो पत्नी,

                        हर रूप मे तुम माँ दुर्गा का रूप कहलाती हो।


ये श्रृष्टी है तुम से,

                       प्राणदायनी ऊर्जा तुमसे,

हर जगह वास तुम्हारा मंगलकारी है।

                       करते हैं हम नमन तुम्हे,

तुम हर रूप मे हम सबकी पालनहारी हो।



यह हिन्दी कविता Social Issue पर लिखी गी है, आतंकवाद सिर्फ एक अन्तर्राष्ट्रीय समस्या ही नही है, यह एक सामाजिक समस्या भी है।ऐसा ही दर्द यह कविता भी बया करती है।

सिमट रहा मॉ के आचल में,

कुछ डरा सा इस जन्नत का लाडला।

डर मौत से किसको यहाँ,

डरते है इस बात से, कल होगा क्या यहाँ।

Hindi Poem, Poem on Kashmir, Dul Lake, Poem Image

कौन अपना है और कौन पराया,

समझ मैं कैसे बनाऊ।

क्या सच है, क्या झूठ,

ये कैसे खुद को समझाऊ।


बिक रहा है, डर बाजार में क्यो,

कौन कर रहा हे व्यापार इसका।

मेरा मजहब, मेरा देश या मेरा जमीर,

क्या मेरी असली पहचान है।


खो गया है एक धूल में,

खर्च हो रहा है फिजूल में।

एक साया काला आ गया,

आतंक हर घर में छा गया।

बचपन जैसे खो गया,

बुढापा बन गया अभिशाप है।


कौन आया वादियों में,

लेकर यह हथियार है।

बह रहा है खून मेरा,

इस तरफ हो या उस तरफ।


छिन गयी पहचान मेरी,

बन रही शमशान हूँ।

छा गया ये काला साया,

मैं अब भी हैरान हूँ।


आये कोई बनके ज्वाला,

चीर दे अन्धकार को।

लग गया जो आतंकी साया,

उसको दो हिस्सो में बाट दे।


आने लगे फिर रोशनी

प्यार और विश्वास की।

देख लू इन वादियो को फिर से,

जैसा देखा था कभी।


मातृ शक्ति पर हिन्दी कविता - जानकी से जगतजननी बनने का सफर

यह प्रेरणादायक कविता माता सीता के जीवन से मिलने वाली प्रेरणा को आप सभी तक पहुँचाने का एक प्रयास है।


स्वयं से, स्वयंवरा बनने का यह सफर आसा न था।

मैं से, जगतजननी  बनने का यह सफर आसा ना था।


मर्यादाओ मे तो बन्धे श्रीराम थे,
पर मर्यादाओ को निभाना भी कहाँ आसान था।
पथ दिखाया है जो प्रभु ने,
चलना उस पर धर्म था।
पुष्प हो या अग्निपथ,
चलना उनको निष्काम था।

दासी जिनकी रानीयो सा जीवन करती थी बसर,
उस तीनो लोको की स्वामीनी को वन में जीवन बिताना कहाँ आसान था।
कष्ट इतने में रूकते कहाँ है,
फिर वन से हरण उनका हो गया।
राजसी वैभव जिसने था छोङा,
उसे मृग का मोह कैसे हो गया?
जो सरल थी नीर सी,
वो बाल हठ क्यो कर गयी?
स्वामीनी बैकुंठ लोक की,
कालचक्र मे क्यो फस गयी?

Hindi Poem, Indian Methodology, Poem Image

राजा राम का श्रीराम बनने का यही संयोग था।
चल पङी सीता हरण हो,
एक पथ प्रदर्शक की तरह।
स्वर्ण लंका थी जिनके लिए अति तुच्छ सी,
ऐसी पतिव्रता को रावण चला था मोहने।
फिर एक जीवन बिताया योगीनी का,
जो बना आर्दश है।

जब नही थी आस कोई,
तब भी संकल्प अडिग पर्वत सा रहा।
सहारा लेकर एक तिनके का,
दशानन का अभिमान भंजन करती रही।
फिर बनी साक्ष्य समय की,
जब रावण जर संग चल पङा।
स्थापना हुई धर्म की,
जिस धरा पर पग उनका था पङा।

आ गयी थी जानकी अब,
अयोध्या के राज्य में।
जल रहे थे दीप हर ओर,
हर्ष और उल्हास में।

त्याग और बलिदान को जैसे यह जीवन था बना,
जल्द आ गया वह दिन भी,
जब अग्निपथ पर चलना पङा।
मर्यादा पुरूषोत्तम तो बन गये श्रीराम थे,
पर मर्यादाओ की आग मे चल रहा कोई और था।
मैं से, जगतजननी बनने का यह सफर,
सच में कहाँ आसान था।

हम मौन थे ओर न जाने ये समय कब आगे बढ गया।
कल जो था, न जाने कब युगान्तर बन गया।
दोष किसका था, ये  न जानता था कोई।
पङ गये विरान ये घर, हो गयी कुछ रात सी।
कल सुबह होगी, छोङ दी ये आश भी।
""कुछ नही बिगङा हे अब भी,
कहनी इतनी सी बात थी।""
पर हम सब तो मौन थे, टल गयी ये बात भी।



हो चली फिर देर कुछ यू, खो गये हम खुद मे ही।
आ गयी फिर ॠतु बंसत की, सूखे पत्ते खो गये।
कुछ पूरानी डालीयो पर नये कोपल आ गये,
ओर कुछ पूरानी डालीया फिर न हो सकी हरी।
हम मोन थे, स्तब्ध थे, काल खण्ड बदलता रहा।

खो चुकी थी आन अपनी, पहचान अपनी ये धरा।
खो गया था इतिहास मेरा, जो मन के पन्नो पर था छपा।
गॉव मेरा मौन था,  पित्र मेरे मौन थे।
क्या बदलने को चले थे, क्या बदलकर रख दिया।
मै बङा हूँ या वो बङा, इसमे फस के रह गये।
""कुछ नही बिगङा हे अब भी,
कहनी इतनी सी बात थी।""
पर हम सब तो मौन थे, टल गयी ये बात भी।


न जाने क्या लिखने को जी चाहता है,
पर कोरे कागजों को भावों से भरने का जी चाहता है।
न जाने कितने दिन गुजरे हैं ये सोचने में,
आखिर मेरा दिल क्या चाहता है?
मन का शून्य में होना भी एक भाव है,
इस जज्बात को जताना चाहता हूँ।
इन कोरे पन्नों को न जाने कब से देखता जा  रहा हूँ,
हर बीते लम्हे के संग इनसे और भी ज्यादा जुड़ता जा रहा हूँ। 
जिंदगी जब इस मोड़ पर आ खड़ी हो,
जब कुछ न सोचना एक सोच बन गई हो।
तो उस वक्त खुद से एक बात कर लो,
क्या हमको खुद की समझ हो चली है?
या सलीका आज में जीने का आ गया है।

अगर ये आखिरी दिन होता


क्या होता जो ये जिंदगी का आखिरी दिन होता,
ये आने वाला कल बस बातों में रह जाता,

जो आदत पड़ी है मुझको छोड़ने की कल पर,
क्या आज भी इस दिन को कल पर छोड़ जाता।

बिन वक्त गवाये मैं कुछ काम में जुट जाता,
यादों में रहते है जो दोस्त मेरे, उनसे मैं कुछ बातें कर लेता।
झट से करता एक मैसज टाईप, और थैंक्यू मैं सबसे कहता।
याद करता उन सबको, जिनको किया परेशान कभी,
उन सबको दिल से सॉरी मैं कहता।

सोने को गोद तलाशता मैं माँ की,
लड़-झगड़ने को भाई-बहिन को बुला लेता,
बच्चों को सिर्फ प्यार ही देता,
और जीवन-साथी को कहता,
बैठो दो घड़ी तुमको निहार लूँ,
बाते बस उस पल दिल की होती,
रिश्ते पर उम्र का पहरा ना होता।

मैं हर वो कोशिश करता, 
जो मैंने छोड़ दी था कल पर,
मैं हर वो काम मुकम्मल करता,
जिसका मुझमें हुनर होता।

शायद मैं भूल जाता मजहब को,
दिल में कोई बैर न होता,
सब में मुझको अच्छा ही दिखता,
सब कुछ मुझको मुमकिन लगता।

शायद हम सब कुछ ऐसा ही करते,
जो ये हमारा आखिरी दिन होता,
ये दिन गुजरेगा और एक नया वर्ष शुरू हो जायेगा,
कब तक कल पर छोड़े जीवन को,
अब बस आज को ही बेहतर जीया जायेगा। 
                                           "" Very Happy New Year to All of You ""

Related Poem on Happy New Year Greetings
2. Happy New Year 2021 Wishes in Hindi 

Live every day like it is your last day. Follow your dreams, forget your problems, never hold back yourself, you never know what's around the corner.

Thoughts born in mind and get an emotional touch from heart. It makes a person great or worst. A human defined by their thoughts, we can say that thoughts is a mirror image of a person. If your thought process is not clear then we can easily find that person is confused and such person can not rule the world.

All great people are great thinker too, their word always have a magic to catch attention of crowd and they can inspire to a versatile mob. 

Our thoughts can make someone happy and make them cry too, it is a cause of peace or war in the world. Thoughts of Mahatma Gandhi became a way of our freedom from British at the same time thoughts of Hitler became a cause of second world war, which we can say a cause of distortion for mass. 

That's why someone said, "World are mighty then the Sword". 

Think once before eat but think twice before speak. 

Poem No.5 - भीड़ में जिंदगी


फलक पर सजे इन सितारों को हर कोई सलाम करता है,
                               और वो सूरज से ज्यादा रोशन न हो ये दुआ भी करता है।
हर वक्त हर बात के दो पहलू क्यों है,
                               हर मुस्कान में दो शख़्सियत क्यों है।
खिल रहे इन चेहरों में सौ राज दफन है।
                         
महफिलों में शोर बहुत है,
                               शायद इस लिए दिल को श्मशान बना बैठे है।
हर तरफ खुश दिखते हे चेहरे मुझे,
                              फिर क्यों हर रोज एक इंसान जिंदगी की जंग हार जाता है।
जुड़े है सब इस तरह की हर एक पल की खबर रखते है,
                             फिर दुनिया छोड़ते वक्त तकियों के नीचे ये खत क्यों छोड़ते है।

ये दुनिया बहुत रंगीन हे मैं सुनता हूँ,
                            ये सच हे क्योंकि चेहरों का रंग हर पल बदला हुआ देखता हूँ।
कितनी चाहत थी मुझे तेरी इस दुनिया में आने की,
                           आ के देखा तो सब वीराना है।
यहाँ लोग बाते करते हे अपने साये से,
                           और अपनो से चेहरा छुपा रखा है।
सौ दर्द दिल में छिपा रखे है,
                          और दोस्त हर वक्त साथ बैठा रखे है।
दर्द का मर्ज नहीं ढूंढा हमने,
                          इसको छिपाने के लिए कई मुखौटे लगा रखे है।
पास तो बहुत हे इस दुनिया में,
                         पर सभी राज दिल में दबा रखे है।

साणाजिक विषयो पर कविता - आजादी


आजाद इंसान क्यों दिखता नहीं मुझे इस जहान में,
आजाद तो ये हवा हे, जो एक ही तो है तेरे वतन और मेरे वतन में।
आजाद तो ये नदी है, जिसकी हर प्यासे को तलास है,
तेरे वतन में और मेरे वतन में।

आजाद तो हे ये सुगंध फूलो की,
जो एक सी हे, माली के लिए भी और मालिक के लिए भी।
आजाद हे ये पंख फैलाये हुए परिंदे,
जो हर रोज चहकते हे, हमारे चमन में।

आजाद हर वो चीज हे, जो करती नहीं भेद-भाव है,
जिस पर पाबंदी नहीं हे, मजहब, सरहद या रंग-बोली की,
आजाद वो हे, जो अपनो का भी है, और सब का भी हे अपना।

                                      सभी को 70वे स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ।

नेचर पर कविताएँ

बचपन की यादों पर कविताएँ